Friday, March 1, 2013
Lingastakam is the stotram sung in praise of Lord Shiva beautifully sung by the famous play back singer SP Balasubramaniam , the hindi lyric is given below ब्रह्ममुरारि सुरार्चित लिङ्गं निर्मलभासित शोभित लिङ्गम् । जन्मज दुःख विनाशक लिङ्गं तत्-प्रणमामि सदाशिव लिङ्गम् ॥ 1 ॥ देवमुनि प्रवरार्चित लिङ्गं कामदहन करुणाकर लिङ्गम् । रावण दर्प विनाशन लिङ्गं तत्-प्रणमामि सदाशिव लिङ्गम् ॥ 2 ॥ सर्व सुगन्ध सुलेपित लिङ्गं बुद्धि विवर्धन कारण लिङ्गम् । सिद्ध सुरासुर वन्दित लिङ्गं तत्-प्रणमामि सदाशिव लिङ्गम् ॥ 3 ॥ कनक महामणि भूषित लिङ्गं फणिपति वेष्टित शोभित लिङ्गम् । दक्ष सुयज्ञ निनाशन लिङ्गं तत्-प्रणमामि सदाशिव लिङ्गम् ॥ 4 ॥ कुङ्कुम चन्दन लेपित लिङ्गं पङ्कज हार सुशोभित लिङ्गम् । सञ्चित पाप विनाशन लिङ्गं तत्-प्रणमामि सदाशिव लिङ्गम् ॥ 5 ॥ देवगणार्चित सेवित लिङ्गं भावै-र्भक्तिभिरेव च लिङ्गम् । दिनकर कोटि प्रभाकर लिङ्गं तत्-प्रणमामि सदाशिव लिङ्गम् ॥ 6 ॥ अष्टदलोपरिवेष्टित लिङ्गं सर्वसमुद्भव कारण लिङ्गम् । अष्टदरिद्र विनाशन लिङ्गं तत्-प्रणमामि सदाशिव लिङ्गम् ॥ 7 ॥ सुरगुरु सुरवर पूजित लिङ्गं सुरवन पुष्प सदार्चित लिङ्गम् । परात्परं परमात्मक लिङ्गं तत्-प्रणमामि सदाशिव लिङ्गम् ॥ 8 ॥ लिङ्गाष्टकमिदं पुण्यं यः पठेश्शिव सन्निधौ । शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते ॥
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